लगभग 32 सामुदायिक रेडियो प्रसारण को तैयार

देश में सामुदायिक रेडियो की स्थिति के बारे में उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने 398 आवेदकों को  स्टेशन आरंभ करने के लिए लेटर ऑफ इनटेंट (LOI)  जारी किया है जिसमे से 211आवेदक सरकार के साथ गोपा  (Grant of Permission Agreement)  भी साइन कर चुके हैं l हालांकि, इन 211गोपा धारकों मे से 32 ने अभी भी प्रसारण शुरू नही किया है|

गोपा, सेक्फा (Standing Advisory Committee for Frequency Allocation ) के बाद साइन किया जाता है जिसे कि संचार मंत्रालय के WPC  विंग द्वारा जारी किया जाता हैl

भारत मे सामुदायिक रेडियो स्थापित करने हेतु दिए गये नीति-निर्देशो के अनुसार गोपा धारकों को गोपा हस्ताक्षर की प्रक्रिया के तीन माह के भीतर अपने स्टेशन से कार्यक्रमों का प्रसारण आरम्भ करना होता है l

सामुदायिक रेडियो सुविधा केंद्र (CRFC) के पास उपलब्ध जानकारी के अनुसार लगभग 106 फ्रीक्वेन्सी आवेदन, 23 सेक्फा आवेदन और 26 WOL आवेदन संचार मंत्रालय के पास पेंडिंग हैं इसमें से कुछ फ्रीक्वेन्सी आवेदन लगभग 2008 से लंबित हैं और कुछ आवेदन 2013-14 में किये गए हैं इसी तरह लगभग 5 संस्थाओं ने सेक्फा के बाद भी गोपा और 7 संस्थाओं ने WOL के लिए ज़रूरी दस्तावेज़ मंत्रालय को नहीं भेजे हैं l

सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय को आवेदन प्राप्त होने के तीन माह के भीतर आवेदन को संबंधित मंत्रालयों और विभागों  के पास भेजना होता है, इसके बाद IMC (Inter Ministerial Committee ) को भेजा जाता है ताकि वो LOI इश्यू करने पर अपनी सहमति दे सकेl

सामुदायिक रेडियो के लिए  आवेदन ऑनलाइन  भी किये जा सकते हैं  इसके लिए भारत सरकार के सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय  द्वारा CRMIS (Community Radio Management Information System)  शुरू किया गया है, जिससे ऑनलाइन  आवेदन करने वाले आवेदकों को सुविधा हो. इस वेबसाईट पर पहले से भरा गया एक सैम्पल आवेदन पत्र भी उपलब्ध है और इसके साथ-साथ विभिन्न नीति-निर्देश भी वेबसाइट के होम पेज पर उपलब्ध हैl

भारत सरकार द्वारा देश मे सामुदायिक  रेडियो जागरूकता कार्यशालाएँ भी आयोजित की जाती हैं ताकि अधिक से अधिक संस्थाएँ सामुदायिक रेडियो स्थापित करने के लिए आगे आएँl

Author: Poonam Shrivastava, CRFC/ OneWorld